बरगद या बड़ के पेड़ को घर मे लगाने के 16 नुकसान

बड़ का पेड़ घर में लगाना चाहिए या नहीं  Bad ka ped ghar mein lagana chahiye ya nahi -दोस्तों बड़ के पेड़ को लेकर बहुत से लोगों का यही सवाल होते है की क्या हम बड़ के पेड़ को अपने घर में लगा सकते है। या घर में बड़ का पेड़ उगने पर क्या करें। दोस्तों आप बड़ के पेड़ को लगा सकते है । आपको पुनय होगा। लेकिन आप बड़ के पेड़ को अपने घर में नहीं लगा सकते। अगर आप जानबूझकर अपने घर में बड़ का पेड़ लगाते है तो ये सपना के लिय कभी भी शुभ नहीं माना जाता है। आपको इसके बारे में पता होना चाहिए। ताकी आप भविष्य में इस प्रकार की गलती करने से बच सकों। अगर आपने गलती से घर में अंदर बड़ का पेड़ लगा देते है । तो उसे आप पंडितों की राय मशरा के बाद विधि-विधान से हटा सकते है। आप भूलकर भी उस पेड़ को ना काटें । अगर आप अपने घर के गार्डन में या अपने प्लाट में बड़ का पेड़ लगाना चाहते है तो निश्चित ही लगा सकते है।

बड़ के पेड़ को घर पर लगाने से कई प्रकार के नुसकान देखने को मिलेंगे। इसका प्रभाव हाथो-हाथ देखने को नहीं मिलेगे। जैसे-जैसे समय निकलता जाएगा आपेक घर में नकारात्मक शक्ति प्रभावित होती चली जाएगी। तो चलिये दोस्तों बड़ के पेड़ से होने वाले नुकसान के बारे में थोड़ी विस्तृत चर्चा करछा कर लेते है-

क्या बरगद के पेड़ को घर के पास लगा सकते है?

हाँ, आप अपने घर के पास बरगद का पौधा लगा सकते है।। ये हमारे लिए किसी प्रकार से अशुभ नहीं माना जाता है। लेकिन दोस्तों आपको भूलकर भी बड़ का पौधा घर के आँगन में नहीं लगाना चहाइए। क्योकि ये सुनापन चाहता है। इसलिए कोई नहीं चाहता है की उसके घर में सुन्नापन बना रहे। हर कोई चाहता है की उसके परिवार में चहल-पहल बनी रहे।

बरगद के पेड़ को कहाँ पर उगा सकता है ?

दोस्तों बहुत से लोगो के मन में सवाल आता है की बरगद का पेड़ तो हरा वृक्ष होता है । उसे लगाने में किसी को क्या समस्या हो सकती है। लेकिन दोस्तों आपको भूलकर भी अपने घर के आँगन में बड़ का पेड़ नहीं लगाना चाहिए। क्योकि ये पेड़ सूनापन चाहता है। इस पेड़ को काटना बहुत ही अशुभ माना जाता है। ये पेड़ धीरे-धीरे आपके घर को जंगल जैसा बा देता है। अगर आप इस पेड़ को लगना चाहते है । अपने गार्डन में लगा सकते है, अपने खेत में या घर के बाहर लगा सकते है। घर में बाहर लगाया गया पेड़ पूजनीय माना जाता है। क्योकि घर से बाहर लगाए गए पेड़ की पूजा करना बहुत ही अच्छा माना गया है। अगर आपके लगाए गए पेड़ की पूजा लोग करते है तो इसका फल आपको बी मिलता है। अगर आप घर से बाहर बरगद का पेड़ लगाते है तो इसका अर्थ है की आप बहुत ही भाग्यशाली है।

क्या बरगद के पेड़ को काटना अछा होता है?

दोस्तों हमारे दिमाग में ये सवाल आता है की क्या बरगद के पेड़ को काटना अच्छा होता है। इसी प्रकर के सवाल बहुत से लोग पूछते रहते है? क्योकि कई बार हमारे घर में बरगद का पेड़ उग जाता है तो उसे उस जगह से किस प्रकार हटाएँ। दोस्तों अगर आप बरगद के पेड़ को काटते है तो ये आपके लिए पूर्ण रूप से अशुभ माना जाता है। आपको भूलकर भी बरगद बड़ या पीपल के पेड़ को नहीं काटना चाहिए। क्योकि इसके अंदर देवताओं का निवास होता है। आपको बरगद के पेड़ को काटने पर इतना ज्यादा पाप लगता जय जितना ज्यादा किसी की हत्या करने पर लगता है।

क्योकि इस पेड़ को अक्षय वृक्ष या प्राण वृक्ष भ कहा जाता है। ऐसा माना जाता है की ये पेड़ यक्षों के राजा मणिभद्र से उत्पन्न हुआ था। इसके अलावा ये पेड़ त्रिमूर्ति यानि भगवान ब्रह्मा, विष्णु और महेश का प्रतीक भी माना जाता है। इसकी चाल में विष्णु, जड़ में ब्रह्मा उयर और शाखाओं में भगवान शिव का वास होता है। इसलिए इस पेड़ को काटना कभी उचित नहीं माना जाता है। अगर गलती के आपके घर में बरगद या पीपल का पेड़ उग आता है तो आप उस पौधे को ना काटे। आप उस पेड़ के चारों और चकली खोदें और उस पेड़ को दूसरी जगह पर लगाकर आए।  ताकी पाप होने की जगह आपको धर्म होने लग जाये।

class="wp-block-heading"> घर में निर्जनता लाता है बड़ का पेड़

दोस्तों कई पेड़ ऐसे होते है। जिनको सन्नाटा और अकेलापन पसंद होता है। बड़ और पीपल का पेड़ नीरजनता लाने का काम करता है। क्योकि बड़ का पेड़ ज़्यादातर सुनसान वाली जगह पर और समसांन घाट में देखतेन को मिलते है। ये बहुत ही ज्यड़ा विशाल होते है। ये पेड़ जैसे-जसे बड़े होते जाते है । अपनी जड़ें जमीन में फैलाते जाते है। इस प्रकार ये  इतने बड़े हो जाते है की इस पेड़े के तने तक जाने में आपको अँधेरों से गुजरना पड़ता है। इस पेड़ को घर पर लगाने से धीरे-धीरे आपका गहर सुनसान होता चला जाएगा। इसलिए भूलकर भी अपने घर पर बरगद का पेड़ नहीं लगाना चाहिए।

बरगद का पेड़ है नकारात्मक ऊर्जा का घर

अगर हम बरगद के पेड़ के नुकसान की बात करें तो, ऐसा भी माना जाता है। बरगद का पेड़ बहुत ही ज्यादा सुनसान और सन्नाटेदार होता है । इस पेड़ के आस-पास कोई  नहीं रहता है। तो इस पेड़ को कोई नहीं काटता है इसलिए इस पेड़ के अंदर कई नकारात्मक शक्तियाँ अपना घर बना लेती है। नकारात्मक ऊर्जा के निवास के लिए ये जगह सबसे अच्छी मानी जाती है। क्योकि ऐसी जगह से इन शक्तियों को कोई परेशान नहीं करता है। इसलिए ये सक्तियाँ लंबे समय से इसी पेड़े में विराजमान रहती है। इसलिए भूलकर भी बड़ के पेड़ को घर पर नहीं लगाना चाहिए।

बरगद या बड़ के पेड़ को घर मे लगाने के 16 नुकसान

बड़ का पेड़ भय का वातावरण पैदा करता है।

आपको पता ही होगा की बड़ का पेड़ दुनिया का सबसे बड़ा पेड़ होता है। ये पेड़ कई किलोमीटर मीटर में फैला हो सकता है। ये पेड़ जैसे-जैसे आगे बढ़ता है उसकी शाखाएँ जमीन में घुसकर जड़ का रूप ले लेती है। इसके साथ ही इन पेड़ों का जीवांकाल बहुत ही ज्यादा होता है। । अगर आप बड़ के पेड़ वाली जगह पर प्रवेश कर जाते है तो आपको बाहर जाने का रास्ता तक नहीं मिलता है। साधारना बड़ का पेड़ बहुत ज्यादा बड़ा होता है जिसके कारण इसके नीचे अंधेरे जैसा महोल बना होता है । बड़ का पेड़ दिन के समय में भी बहुत ज्यादा डरावना होता है जबकि रात के समय में तो और ही ज्यदादा सन्नाटेदार और डरावना होता है। बड़ का पेड़ भय का वातावरण पैदा करता है। इसलिए कभी भी बड़ के पेड़ को घर में है लगाना चाहिए ।

घर से लक्ष्मी चली जाती है।

दोस्तों आपको इस बात का तो पता होगा की जिस घर में शांती का महोल हो उसी घर में लक्ष्मी का वास होता है। जिस घर में गंदगी और अंधेरा होता है उसे घर में लक्ष्मी का वास नहीं होता है। इसलिए भूलकर भी अपने घर में बड़ का पेड़ नहीं लगाना चाहिए। अगर आप ऐसे घर में रहते है जिसमे बड़ का पेड़ उगा हुआ है तो आपको तुरंत ही उस घर को छोड़ देना चहाइए। नहीं तो आपको इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड सकती है।

अगर आपके घर में लक्ष्मी का वास हो जाता है तो अपके घर से लक्ष्मी कभी खत्म नहीं होगी। आपको तो पता है जिस घर में लक्ष्मी का निवास नहीं होता है उन घरों का क्या हाल होता है।

घर में बड़ का पेड़ संतान पक्ष को कष्ट देता है

यदि कोई अपने गहर में बड़ का पौधा उगा देगा है तो उसके लिए ये शुभ नहीं माना जाता है। अगर आपके घे में गलती से बड़ का पेड़ लग जाता है तो आप उस पेड़ को सलाह- मस्वराह के चलते इसे किसी दूसरी जगह पर स्थानांतरित कर दें। ताकी आप पाप के भागीदार ना बने। अगर आपके घर में छोटा बच्चा है तो  बड़ का पेड़ आपके बच्चे को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। क्योकि वो सबसे छोटी जान होती है। इसलिए उसके शरीर पर सबसे पहले नकारात्मक शक्ति का प्रभाव देखने को मिल जाएगा। अगर आपके घर में पहले से कोई बरगद का पेड़ है तो आप जल्द से जल्द अपना घर बदल लें। नहीं तो आप नकारात्मक शक्ति के आगोश में आपका बच्चा आ सकता है। अगर आपके घर में गलती से बरगद का पौधा उग आया है तो आप उसे गलती से ना काटें और उसे उखाड़कर भी ना फेंकें। आप उसे दूसरी जगह स्थानातरित कर सकते है।

बड़ का पेड़ घर में दरार पैदा करता है?

मित्रों ऐसा माना जाता है की यदि घर के अंदर कोई बड़ का पेड़ उग गया है तो इसकी वजह से घर में दरार पैदा हो सकती है। अगर आपके घर में सुख-शांती का महोल चल रहा है तो । इस घटना के बाद आपके घर में कलेश का महोल पैदा हो जाता है। आपके घर वाले लोग आपके खिलाफ सजिस रचने लग जाएगे। इसलिए आपको अपने घर की सुख शांती के लिए घर में कभी भी बड़ का पेड़ उगने देना चाहिए। अगर आपके घर में कोई अजीब से पौधा उग जाता है तो आप गाँव के मुखिया से उस पौधे की जांच करवाए। उसे पेड़ बनने से पहले ही उसको दूसरी जगह पर आरोपीत करवाए। अगर आपके जन्म से पहले आपके घर में बड़ का पेड़ है तो आपको अपने परिवार की स्थित और घटना के बारे में एक बार विवरण लेना चाहिए। अगर आस-पास के लोगो से हटकर आपके परिवार में कुछ अलग चल रहा है तो पंडित या पुरोहित को बुलाकर उसका तुरणत इलाज करवाना चाहिए। ध्यान रहे की बड़ का पेड़ आँगन में नहीं होगा चाहिए। घर की गुवाड़ या गार्डन में हो सकता है।

बड़ का पेड़ नौकरी में बाधा पैदा करता है

अगर आप कोई सरकारी या गैर सरकारी नौकरी करते है और आपके घर में कोई बरगद का पेड़ उग आया है तो आपको तुरंत उस को हटा देना चाहिए। नहीं तो आने वाले दिनों में आपकी नौकरी भी जा सकती है। अगर आपकी नौकरी को खतरा लगे तो आप अपने घर के कौनों –कोने को चेक करने। आप देखते की घर में कोई बरगद का पेड़ तो नहीं है। दोस्तों बरगद का पेड़ आपके दिमाग की सकिर्यता को लगातार कम करने का काम करता है। जिसके कारण आपकी लगातार पेरफ़ोर्मेंस गिरती चली जाएगी।

घर में तनाव की स्थिति पैदा करता है

बड़ का पेड़ यदि आप अपने घर में लगाते है तो ये  ऐसा माना जाता है की आने वाले दिनों में आपके दिलों-दिमाग को नकारात्मक ऊर्जा प्रभावित करेगी जिससे आप खुद को शांत महसूस कभी नहीं करोगे। आपको बात-बात पर गुस्सा आना शुरू हो जाएगा। जो भी आपकी भलाई करने की कौशिश करेगा। आपको उसी को भला-बुरा सुना दोगे। इसके साथ ही पती-पत्नी के बीच झगड़े की वजह ही ये बरगद का पेड़ बनेगा। इसलिए आपको भूलकर भी अपने घर में बरगद का पेड़ नहीं लगाना चाहिए।

बरगद का पेड़ घर की खुशियाँ नष्ट कर देगा

यदि आपके घर के अंदर बड़ का पेड़ लगा हुआ है तो यह आपके घर की खुशियों को खतम कर देता । तो इसलिए आपको कभी भी अपने घर के अंदर बड़ का पेड़ नहीं लगाना चाहिए। वैसे भी आकलक के समय खुशियाँ बहुत महंगी है। व्यक्ति को सब कुछ मिल जाता है लेकिन खुशियाँ खोजे नहीं मिलती है। अगर आप ऐसा सोच रहे है की विज्ञान का युग है इससे कुछ नहीं होगा तो ये गलत बात है। क्योकि विज्ञान भी इसको नकारात्मक पेड़ साबित कर चुका है।

बरगद का पेड़ आपके घर को नुकसान पहुंचा सकता है।

आपको इस बात का पता होना चाहिए की बरगद के पेड़ के अंदर सकारात्मक शक्तियों के साथ ही नकारात्मक शक्तियाँ भी निवाश करती है। अगर आप अपने घर में नादार बरगद का पेड़ लगा रहे है तो आपको सावधान हों जाना। इस बरगद में एसी नकारात्मक शक्ति है, जो बने बनाए घर को उजाड़ देता है। इसके साथ ही ये आपके घर के ढांचे को भी नुकसान पाहुचा सकता है। क्योकि इसकी जड़ें घर में जगह-जगह फ़ेल जाएगी। ये आपके घर को ऊपर उठा लेगी। जिसके कारण घर के सभी कोनों में दरार देखने को मिलेगी। अतः भौगोलिक दृष्टि से भी घर में बरगद का पेड़ लगाना हानिकारक होता है।

घर के आँगन में कचर की समस्या

बरगद का पेड़ घर में लगाने से हमारे हमारे घर के के आँगन में हमेशा कचरे की समस्या बनी रहती है। जिससे आप बहुत ज्यादा परेशान हो जाओगे। क्योकि ये पेड़ दिन-प्रतिदिन बढ़ता है चला जाता है। जब भी थोड़ी अंधी आगी तो उसके पत्ते आपके घर में चारों और बिखर जाएगे। आप जैसे साफ़ाई करके हटोगे इतने ही देंर में हवा का एक और झोका आ जाएगा और आपके घर को समसान जैसा बना देगा। सफाई के चलते आप अपने घर में बड़ का पेड़ ना लगाए। क्योकि ये हमे किसी प्रकार का फल नहीं देता है और ना ही हमे कोई लाभ देता है।

क्या बरगद का पेड़ धार्मिक है ?

हाँ, बरगद के पेड़ का बहुत ज्यादा धार्मिक महत्व होता है। आपको इस बात के बारे में पता होना चाहिए। बरगद का पेड़ रोगो का विनाश करने वाला और भाग्य में वर्धी करने वाला माना गया है। इसके ही बड़ के पेड़ को आयुवर्दक भी माना गया है। यानी बड़ के वृक्ष की पूजा करने से आयु में वर्धी हो जाता है। इसके वजह से इस पेड़ को अक्षय वृक्ष के नाम से भी जाना जाता है।

अगर कोई अविवाहित लड्की हो , जिसकी लंबे समय से शादी नहीं हो रही , या शादी तय करते ही लड्की की मृत्यु हो जाती है तो इसका अर्थ है की लकड़ी की कुंडली में मांगलिक दोष है। उस स्थिति में लड्की की शादी बरगद के पेड़ से कारवाई जाती है । ताकी लड़की की कुंडली में उपस्थित सारे दोष बरगद का पेड़ अपने आप पर लेकर आपका जीवन सुधार दें। इसके अलावा बड़ के पेड़ की पूजा करने से हमे कई प्रकार के फलों की प्रापती होती है।

क्या बरगद के पेड़ को घर के पास लगा सकते है?

हमारे भारत में बड़सावित्री व्रत और त्योंहार आता है। जिसमे गाँव से लेकर शहर तक की स्त्रियाँ बढ़-चढ़कर भाग लेती है। ये व्रत अपने पती की लंबी उम्र के लिए रखा जाता है। ऐसा माना जाता है की जब सावित्री को पहले से पता था की उसके पती की आयु इतनी ज्यादा नहीं है। फिर भी वह अपने पती की लंबी आयु के लिये व्रत रखते हुए बरगद के पेड़ की पूजा किया करती थी।

अगर कोई स्त्री निसंतान है,। लंबे समय से उसे संतान सुख की प्रापती नहीं हो रही है तो उसे बरगद के पेड़ की पूजा करणी चाहिए । ताकी आप पर भगवान की कृपा बना रहे । ऐसा माना जाता है की बड़ के अंदर ब्रह्मा, विष्णु और महेश निवास करते है। बड़ की पूजा करने से साकसात ब्रह्मा विष्णु और महेश की पूजा हो जाती है।

क्या बरगद के पेड़ को घर के पास लगा सकते है?

हाँ, आप अपने घर के पास बरगद का पौधा लगा सकते है।। ये हमारे लिए किसी प्रकार से अशुभ नहीं माना जाता है। लेकिन दोस्तों आपको भूलकर भी बड़ का पौधा घर के आँगन में नहीं लगाना चहाइए। क्योकि ये सुनापन चाहता है। इसलिए कोई नहीं चाहता है की उसके घर में सुन्नापन बना रहे। हर कोई चाहता है की उसके परिवार में चहल-पहल बनी रहे।

बरगद के पेड़ को कहाँ पर उगा सकता है ?

दोस्तों बहुत से लोगो के मन में सवाल आता है की बरगद का पेड़ तो हरा वृक्ष होता है । उसे लगाने में किसी को क्या समस्या हो सकती है। लेकिन दोस्तों आपको भूलकर भी अपने घर के आँगन में बड़ का पेड़ नहीं लगाना चाहिए। क्योकि ये पेड़ सूनापन चाहता है। इस पेड़ को काटना बहुत ही अशुभ माना जाता है। ये पेड़ धीरे-धीरे आपके घर को जंगल जैसा बा देता है। अगर आप इस पेड़ को लगना चाहते है । अपने गार्डन में लगा सकते है, अपने खेत में या घर के बाहर लगा सकते है। घर में बाहर लगाया गया पेड़ पूजनीय माना जाता है। क्योकि घर से बाहर लगाए गए पेड़ की पूजा करना बहुत ही अच्छा माना गया है। अगर आपके लगाए गए पेड़ की पूजा लोग करते है तो इसका फल आपको बी मिलता है। अगर आप घर से बाहर बरगद का पेड़ लगाते है तो इसका अर्थ है की आप बहुत ही भाग्यशाली है।

क्या बरगद के पेड़ को काटना अछा होता है?

दोस्तों हमारे दिमाग में ये सवाल आता है की क्या बरगद के पेड़ को काटना अच्छा होता है। इसी प्रकर के सवाल बहुत से लोग पूछते रहते है? क्योकि कई बार हमारे घर में बरगद का पेड़ उग जाता है तो उसे उस जगह से किस प्रकार हटाएँ। दोस्तों अगर आप बरगद के पेड़ को काटते है तो ये आपके लिए पूर्ण रूप से अशुभ माना जाता है। आपको भूलकर भी बरगद बड़ या पीपल के पेड़ को नहीं काटना चाहिए। क्योकि इसके अंदर देवताओं का निवास होता है। आपको बरगद के पेड़ को काटने पर इतना ज्यादा पाप लगता जय जितना ज्यादा किसी की हत्या करने पर लगता है।

क्योकि इस पेड़ को अक्षय वृक्ष या प्राण वृक्ष भ कहा जाता है। ऐसा माना जाता है की ये पेड़ यक्षों के राजा मणिभद्र से उत्पन्न हुआ था। इसके अलावा ये पेड़ त्रिमूर्ति यानि भगवान ब्रह्मा, विष्णु और महेश का प्रतीक भी माना जाता है। इसकी चाल में विष्णु, जड़ में ब्रह्मा उयर और शाखाओं में भगवान शिव का वास होता है। इसलिए इस पेड़ को काटना कभी उचित नहीं माना जाता है। अगर गलती के आपके घर में बरगद या पीपल का पेड़ उग आता है तो आप उस पौधे को ना काटे। आप उस पेड़ के चारों और चकली खोदें और उस पेड़ को दूसरी जगह पर लगाकर आए।  ताकी पाप होने की जगह आपको धर्म होने लग जाये।

बरगद के पेड़ में थी बुरी आत्मा, मेरी बहन को पागल कर दिया? आप बीती।

दोस्तों बड़ का पेड़ ज्यदातर स्त्रियॉं को प्रभावित करता है। जब स्त्री किसी दूसरे पक्ष में अपना कदम रखने वाली होती है तो उस समय बड़ का पेड़ आपको बहुत ज्यादा प्रभावित करता है। अगर अप एक गर्भवती महिला है तो भूलकर भी बड़ के पेड़ के नीचे ना निकले, इसके अलावा अगर आप एक नवजात शिशु की माँ है तो भी बड़ के पेड़ के पास ना जाए। क्योकि माँ के दूध की खुशबू ऐसी होती है। जो बड़ी से बड़ी आत्मा को अपनी और आकर्षित करती है। नहीं तो मेरे बहन की तरहा आपकी जिदंगी बर्बाद हो सकती है।

मेरा नाम नरेश प्रजापति है में हरयाना के भिवानी जिले के एक छोटे से गाँव में रहता हूँ। पिछले साल की बात है। जब मेरी बहन की शादी राजस्थान के एक गाँव में हुई थी। शादी को मात्र 20 दिन ही हुए थे। मेरे बहन की सास मोहनी अपने गाँव की रीति रिवाज चलाने लगी।  मेरी बहन की सास ने उसे कहा तुम हर रोज नहा धोकर बड़ के पेड़ के नीचे जाया करो। गाँव की सभी महिलाए उसे मोली बांधकर मन्नत मांगती है। मेरे बहन बबीता नहीं कहा की हमारे गाँव में ऐसी कोई रीत नहीं है। मेरे परिवार में ऐसा कोई नहीं करता है। इन चीजों से मरे को डर लगता है।

क्योकि हमारे परिवार में एसी घटना के कारण एक नवजात बच्चे की मौत हो गई थी। तभी मेरे बहन की सास ज़ोर-ज़ोर से ताने देने लगी। कहने लगी की ससुराल में तो यहाँ के रीति-रिवाज चलेंगे। आपके गाँव का रिवाज यहाँ पर नहीं चलेगा। जब मेरे बहन की सास ने घर में कलेश मचाए रखा तो आखिरकार मेरे बहन ने पूजा के लिए बड़ के पेड़ के नीचे गई। मेरी बहन को भी पता नहीं था की जिस वो गर्भवती है। वह दो दिन तो उस पड़े की पूजा करने गई। तीसरे दिन उसका दिमाग भारी रहने लगा लगा।

इस प्रकार दश दिन में उसके दिमाग पर शैतानी शक्तियाँ भारी होने लगी। देखते है देखते वो शैतानी हरकते करने लगी। रात को छत पर चढ़कर रोने लग जाती। कभी-कभी वो बड़ के पेड़ के नीचे अकेली ही चली जाती। मेरे जीजाजी उसे कई बार रात को दो बजे बड़ के पेड़ के नीचे से लेकर आते है। जब उसे सुबह पूछते तो वो कहती की उसे कुछ याद नहीं है। इस प्रकार वो दिन में कभी रोने लगी और कभी हसने लगती । इस प्रकार देखते ही देखते । वो पागलों वाली हरकतें करने लगी। मेरे जीजाजी ने जब अपनी माँ को कहा की उसे डॉक्टर के दिखाकर ले आ । तो जीजा को उनकी मान ने फटकार लगा दी। उन्होने कहा की उसे कुछ नहीं हुआ है। ये सिर्फ नाटक कर रही है।

लेकिन मेरे जीजा को इसके बारे में पता था की इस पर कोई नकारात्मक शक्ति हावी हो गई है। जब मेरे जीजा ने बहन को डॉक्टर के पास दिखाया तो उंकी माँ नाराज हो गई और उसने भला बुरा कहने लगी। मेरे जीजा पढ़ाई करते थे। उनकी मान ने उन्हे गुस्से में परिवार से अलग कर दिया। यानी उन्हे न्यारा कर दिया। तभी मेरे जीजा एक पेट्रोल पम्प पर काम करते हुए मेरी बहन को दिखते रहे। लेकिन उन्हे कुछ समझ में नहीं आ रहा था। तब मेरे जीजा ने ये सारी कहनी मेरे को सुनाई तो मेरे को सब कुछ समझ में आ गया था। तब में अपनी बहन को लेने के लिए बहन के सासरे गया तो उसकी हालत बहुत खराब हो चुकी थी।

जैसे ही मैंने अपनी बहन को इस हालत में देखा तो मेरे आँखों में आँसू आ गए। तभी मैंने अपने जीजा को भला-बुरा कहा तो वो भी रोने लगे। तभी मैंने अपना गुस्सा शांत किया और जीजा से माफी मांगी। क्योकि मेरे जीजा बहुत ही अच्छे इंसान थे। उन्होने अपनी तरफ से पुरी कौशिश की। लेकिन बीमारी डॉक्टर वाली नहीं थी। मैंने अपनी बहन को लगभग 20 तांत्रिक और जादू टोने वालों को दिखाया। सभी एक ही बात बोलते की वो बरगद के पेड़ के नीचे गर्भावस्था में चली गई थी। इसलिए नकारात्मक शक्ती उसे पर हावी हो गई थी। इस प्रकार मेरी बहन को ठीक होने में लगभग आठ महीने लगे गए।

में नहीं चाहता की मेरे बहन की तरह किसी की बहन या पत्नी के जीवन में इस प्रकार का कष्ट आए। तो आपको कुछ बातें बताता हूँ । उन बातों की गांठ मार लीजिये जीवन में बहतू काम आएगी।

1 गर्भावस्था के दौरान गलत समय पर बड़ के पेड़ के नीचे से ना गुजरे।

2 अगर आप छोटे बच्चे की माँ है तो बड़ के पेड़ के पास जाने से पहले अपने स्तनों को साफ करके जाये। क्योकि नकारत्मक शक्तियों को दूध की खुशबू बहुत अच्छी लगती है।

3 नई नवेली दुल्हन को बड़ के पेड़ के नीचे न भेजें।

4 बड़ के पेड़ के नीचे पड़ी चीजों को न खाये।

5 बड़ का पेड़ घर पर कभी ना लगाए।

6 बड़ के पड़े को अपने हाथ से कभी ना काटें और ना कभ उसे उखाड़कर फेंके। आप उसे दूसरे जगह स्थंत्रित कर सकते है।

7 पीरियड के समय बड़ की पूजा ना करें।

8 रात के समय बड़ के पेड़ की पूजा ना करें।

9 नए कपड़े पहनकर बड़ के पड़े के नीचे ना जाये।

10 बड़ के पेड़ के नीचे बैठकर गुप्त बातें कभी ना करें।

11 बड़ की पूजा केवल सुबह के समय ही करें।

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